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भास्कर बोस शो 'भास्कर बोस' का मुख्य पात्र है। वह एक मुनीम है और "जासूसी उसकी आदत है"। वह ज़्यादातर अपने दोस्त बिकेश दास के साथ रहता है और वह हर केस को बिकेश की मदद करने के लिए आगे बढ़ाता है।
जीवनी[]
भास्कर का जन्म 1970-1980 वर्ष के बीच 19 दिसंबर को कोलकाता में हुआ था। उसके पापा का नाम था अनिरबान बोस, और माँ निलांजना। का नाम उसके विद्यालय के बारे में कुछ नहीं बताया गया है लेकिन उसने ग्यारह साल तक अपनी पढ़ाई गुरु अरिंदम के आश्रम में पूरी की। उसके हिसाब से वह "गणित और विज्ञान में काफी आगे रहता था" और इसलिए गुरु अरिंदम ने उसे और उसके साथी शिनॉय को आमंत्रित किया। दोनों एक ही स्तर के ज्ञानी हुआ करते थे और गुरुकुल से निकलने के बाद शिनॉय को टोक्यो ले जाया गया जबकि भास्कर मुंबई में मुनीम बन गया। मुंबई आने के बाद वह कई महीनों तक किराय पर रहा था, और उसके मकान मालिक का नाम था साल्वी, जो कि उस समय में उसके अपने जैसे खयाल रखते थे।
भास्कर की शादी वसुधा बोस से हुई थी, लेकिन कुछ समस्याओं के चलते दोनों अलग हो गए। भास्कर के जासूस के व्यापार के दौरान उसकी काफी लोगों और संगठनों से दुश्मनी हो गई जैसे बिप्लव, SWARM, और शिनॉय। वसुधा से बिछड़ने के बाद उसने भूमि के रूप में आए आलिया के साथ कोलकाता वापस जाकर नई ज़िंदगी शुरू करने की सोची थी, लेकिन उसने योजना रद्द कर दी जब पता चला कि आलिया बस अपने बचपन का बदला लेने के लिए भास्कर का इस्तेमाल कर रही थी।
व्यक्तित्व[]
भास्कर को एक ऐसे व्यक्ति के रूप में दिखाया जाता है जो कि आसानी से गुस्से में भी आ जाता है, और दूसरों को आसानी से ढाढ़स भी दिला सकता है। वह वसुधा के साथ अपने शादीशुदा जीवन के बारे में बात करने से नफरत करता है, और ऐसे किसी को भी आँखों के सामने नहीं देख सकता जो बिकेश, या उसके परिवार को नुकसान पहुँचाने की कोशिश करे। वह बहुत अच्छे से नाटक कर लेता है और उसे उसके उपनाम बलविंदर बग्गा के रूप में सबसे अच्छे से जाना जाता है।
बलविंदर भास्कर का दूसरा भेष और वह एक टैक्सी चालक है। उसे पहली बार एपिसोड 'The Swarm' में 'Prime Time Crime' के अपने हेलिकॉप्टर हादसे के बाद बिकेश से बात करते हुए देखा गया था, और बिकेश जल्द ही उसे पहचान लेता है। बग्गा का भेष स्वर्मिला रेड्डी के इंटर्व्यू में भी काम आया था, क्योंकि वह सोचती थी कि भास्कर मर चुका है और उसे सूचित किए बिना उससे मिलने का एक ही तरीका था। बग्गा के भेष का इस्तेमाल सिर्फ भास्कर द्वारा ही किया जाता है।